इस नाम को पढ़ते ही अब तो एक डर सा लगने लगा है ,शुरुआत में पता नहीं क्या है ये कुछ नहीं कोई बीमारी आई है चली जाएगी कुछ दिनों में। .
अब तो धीरे धीरे ऐसे लगने लगा की मौत एक एक कदम चल के आ रही है,जब तक घर में छुपे रहे है तब तक कुछ नहीं होगा और जो सामने दिख गया उसको बस समझो उसको कुचल दिया जैसे बच्चो के कॉमिक्स में या बालबीर जैसे सीरियल में कोई बड़ी सी शक्ति आती है जो बोलती है "मै पुरे पृथ्वी लोक को ख़त्म कर दूंगी ."
और इसके लिए वो कोई ऐसा जहर हवा या पानी में मिलाती है जिससे सब खत्म हो जाये,पर उस काल्पनिक कहानियो सुपर हीरो होता है और अपनी जादुई शक्तियों बचा लेता है!
कहानी यहाँ भी लगभग वैसी ही है यहाँ सुपर हीरो तो है जिसके पास जादुई ताकत नहीं हो के ,सब का साथ ही उसकी जादुई शक्ति है !!!
पर पता नहीं अभी भी हम में से कुछ लोग कोरोना नाम की इस महामारी को गंभीरता से नहीं ले रहे है ,बस ये कह के लापरवाह के हमारे यहाँ नहीं आया अभी। पर अब जो लोग अपने घरो से दूर बैठे है जिन्होंने सरकार के आदेशों का पालन करते हुए समझदारी दिखा के गए नहीं हो अपने गांव। उनकी मन की स्थति तो गयी अब ज़िंदा रहे तो मिल लेंगे। .. जबकि चाहे वो घर में दुबके बैठे हो.
पता नहीं क्यों लोग इतने बे परवाह हो के घूम रहे है बहार। क्यों नहीं समझ रहे के"
" देश का राजा जब प्रजा से मदद मांगे, तो समझ लेना चाहिए की देश बहुत बड़े संकट में है। अपने राजा की मदद करो और देश को बचाने में (जिसमे आपके बहुत अपने भी सुरक्षित हो जाएंगे) "
अब तो धीरे धीरे ऐसे लगने लगा की मौत एक एक कदम चल के आ रही है,जब तक घर में छुपे रहे है तब तक कुछ नहीं होगा और जो सामने दिख गया उसको बस समझो उसको कुचल दिया जैसे बच्चो के कॉमिक्स में या बालबीर जैसे सीरियल में कोई बड़ी सी शक्ति आती है जो बोलती है "मै पुरे पृथ्वी लोक को ख़त्म कर दूंगी ."
और इसके लिए वो कोई ऐसा जहर हवा या पानी में मिलाती है जिससे सब खत्म हो जाये,पर उस काल्पनिक कहानियो सुपर हीरो होता है और अपनी जादुई शक्तियों बचा लेता है!
कहानी यहाँ भी लगभग वैसी ही है यहाँ सुपर हीरो तो है जिसके पास जादुई ताकत नहीं हो के ,सब का साथ ही उसकी जादुई शक्ति है !!!
पर पता नहीं अभी भी हम में से कुछ लोग कोरोना नाम की इस महामारी को गंभीरता से नहीं ले रहे है ,बस ये कह के लापरवाह के हमारे यहाँ नहीं आया अभी। पर अब जो लोग अपने घरो से दूर बैठे है जिन्होंने सरकार के आदेशों का पालन करते हुए समझदारी दिखा के गए नहीं हो अपने गांव। उनकी मन की स्थति तो गयी अब ज़िंदा रहे तो मिल लेंगे। .. जबकि चाहे वो घर में दुबके बैठे हो.
पता नहीं क्यों लोग इतने बे परवाह हो के घूम रहे है बहार। क्यों नहीं समझ रहे के"
" देश का राजा जब प्रजा से मदद मांगे, तो समझ लेना चाहिए की देश बहुत बड़े संकट में है। अपने राजा की मदद करो और देश को बचाने में (जिसमे आपके बहुत अपने भी सुरक्षित हो जाएंगे) "
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